873 - (ق) عن أَبِي قَتَادَةَ، عَنِ النَّبِيِّ صلّى الله عليه وسلّم قَالَ: (إِذَا بَالَ أَحَدُكُمْ فَلاَ يَأْخُذَنَّ ذَكَرَهُ بَيَمِينِهِ، وَلاَ يَسْتَنْجِ بِيَمِينِهِ، وَلاَ يَتَنَفَّسْ فِي الإِنَاءِ) .
अबू क़तादा अंसारी- रज़ियल्लाहु अन्हु- का वर्णन है कि अल्लाह के रसूल- सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम- ने फ़रमायाः ''तुम में से कोई पेशाब करते समय अपने लिंग को दाएँ हाथ से न पकड़े तथा दाएँ हाथ से इस्तिंजा न करे एवं कुछ पीते समय बरतन में साँस न ले।''
[خ154، (153)/ م267]